दीवाली (Diwali) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है, जो अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। इसे बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में मनाया जाता है।
होली (Holi) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: रंगों का त्योहार, जो प्रेम, भाईचारे और खुशी का प्रतीक है। यह विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है।
दशहरा (Dussehra) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: इसे विजयदशमी भी कहते हैं। यह रावण पर भगवान राम की विजय का प्रतीक है। इसे पवित्र समय पर बुराई के नाश के रूप में मनाया जाता है।
ईद उल-फितर (Eid ul-Fitr) – सम्पूर्ण भारत (मुस्लिम समुदाय)
- महत्त्व: रमजान के महीने के बाद ईद का पर्व मनाया जाता है। यह मुस्लिम समुदाय के प्रमुख त्योहारों में से एक है।
क्रिसमस (Christmas) – सम्पूर्ण भारत (ईसाई समुदाय)
- महत्त्व: ईसा मसीह का जन्म दिवस, जिसे ईसाई धर्म के लोग मनाते हैं। यह एक वैश्विक त्योहार है, जो भारत में भी मनाया जाता है।
गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) – महाराष्ट्र, गोवा
- महत्त्व: यह भगवान गणेश का जन्म उत्सव है, जिसे विशेष रूप से महाराष्ट्र और गोवा में धूमधाम से मनाया जाता है।
नवरात्रि (Navratri) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: नवरात्रि दुर्गा माता की पूजा का पर्व है। इसे विशेष रूप से गुजरात और महाराष्ट्र में मनाया जाता है।
मकर संक्रांति (Makar Sankranti) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह एक कृषि पर्व है, जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के समय मनाया जाता है। इसे उत्तर भारत में लोहड़ी के नाम से भी मनाया जाता है।
बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Purnima) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह भगवान बुद्ध का जन्मदिन होता है। इसे बौद्ध धर्म के अनुयायी मनाते हैं।
शिवरात्रि (Shivaratri) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह भगवान शिव की पूजा का पर्व है, जो विशेष रूप से उत्तर भारत और दक्षिण भारत में मनाया जाता है।
रक्षाबंधन (Raksha Bandhan) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: भाई-बहन के रिश्ते को प्रगाढ़ बनाने वाला पर्व। बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और भाई अपनी बहन को उपहार देता है।
अग्निपथ (Agni Path) – उत्तर भारत
- महत्त्व: यह खासतौर पर भारतीय सेना और सशस्त्र बलों के कर्मियों द्वारा मनाया जाता है।
गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) – पंजाब, हरियाणा
- महत्त्व: यह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव जी का जन्मदिन है, जिसे सिख समुदाय धूमधाम से मनाता है।
विजया दशमी (Vijayadashami) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह दशहरा का दूसरा नाम है और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है।
सिख न्यू ईयर (Sikh New Year) – पंजाब
- महत्त्व: सिख धर्म का नववर्ष जो विशेष रूप से पंजाब में मनाया जाता है।
गणगौर (Gangaur) – राजस्थान
- महत्त्व: यह विशेष रूप से राजस्थान में मनाया जाने वाला पर्व है जो माता पार्वती की पूजा से संबंधित है।
पोंगल (Pongal) – तमिलनाडु
- महत्त्व: यह फसल कटाई का त्योहार है, जिसे विशेष रूप से तमिलनाडु में मनाया जाता है।
विदाई (Bidaai) – उत्तर भारत
- महत्त्व: यह एक पारंपरिक भारतीय समारोह है, जो विवाह के बाद कन्या के घर वापसी का प्रतीक होता है।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (Krishna Janmashtami) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव को विशेष रूप से उत्तर भारत में मनाया जाता है।
आंध्र पूजा (Andhra Pooja) – आंध्र प्रदेश
- महत्त्व: यह आंध्र प्रदेश का प्रमुख त्यौहार है, जिसमें राज्य भर के लोग भगवान को धन्यवाद अर्पित करते हैं।
बैसाखी (Baisakhi) – पंजाब, हरियाणा
- महत्त्व: यह मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा में मनाया जाता है। यह फसल कटाई और सिख धर्म के स्थापना का पर्व है।
महीप और मायरा (Mahip and Mayra) – राजस्थान
- महत्त्व: यह खासतौर पर राजस्थान और पश्चिमी भारत में मनाया जाता है।
महाशिवरात्रि (Maha Shivaratri) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: यह विशेष रूप से भगवान शिव की पूजा का पर्व है, जिसमें उपवास और रात्रि जागरण किया जाता है।
माहे रमजान (Ramzan) – सम्पूर्ण भारत (मुस्लिम समुदाय)
- महत्त्व: रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना होता है, जिसमें मुस्लिम समुदाय उपवासी रहते हैं और दिनभर का उपवास रखते हैं।
क्रिसमस (Christmas) – सम्पूर्ण भारत
- महत्त्व: ईसा मसीह का जन्मदिन, जिसे ईसाई धर्म के लोग मनाते हैं।